17 May 2012

भोजशाला: मंदिर या मस्जिद

दीवारों और चबूतरो पर खुदे यंत्रो और श्लोको में से एक

एक मंदिर भोजशाला जो की राजा भोज के द्वारा इन्दोर के समीप धार में बनाया गया था जो की एक विद्यालय भी था| आज ये मंदिर नहीं बल्कि एक मस्जिद में तब्दील हो चूका है पर इतने के बावजूद इसके  प्रान्गड़ में मौजूद चबूतरो पर श्लोक लिखे हुए हैं| पर इतने के बावजूद इस मंदिर का नाम बदल कर भोजशाला कमाल मौला मस्जिद कर दिया गया| यहाँ से देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा को अंगरेज ले कर गए और अपने संग्रहालय में रखा है| अंगरेजो के संग्रहालय से माँ की मूर्ति को लाने के लिए सुब्रमनियन स्वामी जी ने इंग्लैंड के कोर्ट में पेटिसन डाला है| ज्ञात रहे की इस मुद्दे को लेकर नरेन्द्र मोदी जी ने भी आवाज उठाई थी पर इन आवाजो को कांग्रेस ने अभी हाल में २९ जनवरी २०१२ को ये कह कर दबा दिया की RSS और BJP अयोध्या के दंगे जैसा दंगा करना चाहते हैं|

अब मै इस कांग्रेस सरकार से ये पूछना चाहूँगा की जिस मंदिर में आज भी चबूतरो और दिवालो पर श्लोक खुदे हुए हैं वो एक मस्जिद कैसे हो सकती है?

अपनी चीजो को वापस लेना गुनाह कब से हो गया?

क्या भारत सरकार को ये नहीं दिख रहा है की जो मूर्ति अंगरेज लेकर गए उस मंदिर जिसे कोई भी भारत की सरकार वापस नहीं ला पाई वो किसकी मूर्ति है?

जब इतना कुछ है तो ये आज के अन्दर से मरे हुए सेकुलरो को ये क्यों नहीं दीखता है?

क्या भारत में ऐसे ही चलता रहेगा की हमारी चीजो पर ये मुसलमान आ कर पालथी मार कर बैठ जाएँ और हम कुछ न कर सके?

की हम इतने कायर हो चुके हैं हमारे अन्दर हमारी ही चीजो को वापस लेने का मद्दा नहीं रहा अब?

या हम गूंगे या अंधे हो चुके हैं और शायद बहरे भी की हम न तो कुछ देख पा रहे हैं न सुन पा रहे हैं और न ही आवाज कोई आवाज ही उठा पा रहे हैं?

क्या हमारे मंदिरों पर इन अतातइयो के कब्ज़ा करने को लेकर आज भी हमारी गुलामी नहीं दिखती है जिसे ये मुसलमान आज भी दिखाते हैं की १००० साल से तुम्हे गुलाम बनाया है और आगे भी हम इनके गुलाम ही रहेंगे?

आखिर कब तक?

                                                                                                                                                      क्रमशः

6 comments:

  1. kya kiya jaaye in katton kaa.

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    1. हम संगठित हों ये अपने आप बिखर जायेंगे

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  2. कांग्रेस कायर है . और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीती कर रही है , जनता इसे अच्छी तरह समज गयी है.आने वाला समय कांग्रेस के लिए मुस्किलो भरा होगा ऐसा प्रतीत हो रहा है.

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    1. केवल कांग्रेस को हराने से कुछ नहीं होने वाला है....जरुरत है संगठित हो आगे बढ़ने की और अपने धर्म को बचने की

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  3. कांग्रेस कायर है . और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीती कर रही है , जनता इसे अच्छी तरह समज गयी है.आने वाला समय कांग्रेस के लिए मुस्किलो भरा होगा ऐसा प्रतीत हो रहा है.

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  4. That is why I said India is not a secular country.... you cannot have so much privilege given to a minority... majority has been made to shut up for whatever reason. The second point is the Sharia Law in India... if the country is a democracy it is because the public has elected the government so if the government is taking actions against the people then it cannot be a democracy.

    Secular means non religious. a govt that rejects all forms of religious faith and worship. So then how come muslims get such privileges as special religious allowances and practice their own religious (SHARIAH) law in India? India is definitely not democratic or secular.... it is a dictatorship.

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