क्या किया तुर्को, मुगलो और बर्बर आकमणकरियो ने, गाँव के गाँव जलाये, माँ बहिनों की इज्जत लुटी, हिंदू लडको का गुप्ताग काटकर उनको हीजड़ा बनाकर अपने हरम का चौकीदार बनाया, ताकि वो अपनी ही वहिनो और माताओं की चीखें सुन सके| बर्बरतापूर्ण बलात्कार और उस समय उनकी दिल को चिर देने वाली करुड़ और कुछ समय बाद दम तोडती चीखों ने उन चौकीदार बने हिन्दुओं को अन्दर से डरा दिया| अपनी माँ, बहिनों की ऐसी हालत देख वो चौकीदार हिन्दू खौफ से दहल जाते थे| और जब उन हिजड़े बने हिन्दुओं की बहनों से फ़िलहाल मन भर गया तो उन हिजड़ों को बना दिया अपना जन्म-जन्मान्तर का गुलाम यानि बना दिया उन हिजड़े निरीह जानवरों को मुसलमान। छोटे बच्चे और क्या कर सकते थे, उस समय भी कुछ कायर हिंदू इन बर्बर लोगो के साथ थे| क्यूंकि इस देश मे जयचंदों की एक लम्बी परम्परा रही है|
इन तुर्को, पठानों, मुगलों के पास लुट, खसोट, आगजनी, बलात्कार के अलावा कोई काम था ही नहीं, मुर्ख इतिहासकार कहते है कि इन बर्बर आतताइयों और बलात्कारियों ने विश्व प्रसिद्ध इमारते बनवाई अधिकांश तो इसमें से सफेद झूट है| अरे इन्होने तो हिन्दुओं की पहले से बनी इमारते तोडी है और अपनी चीजें बनायीं हैं अपने नाम से पर मूल रूप से तो वो हिन्दुओं की ही बनायीं हुईं हैं| जिन इमारतों को टूटने से बचना था उनका काफिरो के हाथों ही इन जयचंदों ने इस्लामीकरण कराया|
गरीब मजलूम लोगो को अपना गुलाम बनाने के लिए उनको मुर्ख बनाकर या जबरन उनके मुह में अपने लोटे से हिन्दुओं के मुह में पानी डाला गया या जबरन उन हिन्दुओं के मुंह में गौ मांस डाल उन हिन्दुओं को मुसलमान बनाया| उनको उसी गरीबी, जलालत और मुफलिसी मे अपने पैरों की जुती बनाकर ठीक उसी तरह रखा गया जैसा कि ईसाई अफ्रीकन देशो मे कर रहे है|
कल हिंदू मजबूर था मुसलमान बनने को आज वही धर्मपरिवर्तित हिंदू आजाद हैं फिर से अपने पुराने और पुरखों के पवन धर्म मे लौटने को| परन्तु ये कायर लोग जो अपने ही भईयो को साम्प्रदायिक कहकर गाली देते है और आज भी मुसलमानों के उन खानदानो के गुलाम है जो हजारों मुसलमानों को गुमराह करके उनके नकली सरपरस्त बने फिरते है| ऐसे हिन्दुओ की हालत देख के हमारे हिदू भाई जो उस दौर मे डर कर मुसलमान बन गए थे लौटना चाहकर भी नहीं लौट पा रहे है| क्योंकि वो जानते है कलमा पढने से और खतना करा लेने भर से पुर्बज नहीं बदल जाते हैं| आदमी का D.N.A.Profile नहीं बदलता| राम और कृष्ण के वंश, ऋषी मुनियों का खून उनमे भी दौड़ रहा है| और ये खून एक दिन अपने पुराने खून को पुकारेगा ही पुकारेगा|
मै उद्घोषना करता हूँ, की कोई भी हिंदूभाई जो पूर्वार्ध में गलती से या जबरन मुसलमान बन गया हो, जबरन गौ माता का मांस भी खा लिया हो, पर यदि वो सच्चे दिल से गँगा माँ का जल पी ले तो उसके सारे पाप नष्ट हो जायेगे तथा वो वापस हिंदू हो जायेगा| भगवान उसे स्बीकुत करेगे और उसे अपने शरण में ले लेंगे|
पर पुनः बोल रहा हूँ ये कार्य पूरी तरह से सच्ची श्रद्धा और निष्ठां से करना होगा और इसमें भूल कर भी कोई छल-कपट नहीं होना चाहिए|
पर जो वास्तब मे तुर्क, मंगोलों, चंगेजों के वंसज है उनकी संख्या भारत मे बहुत ही कम है| पर वो सारे भटके हुए हिन्दुओ जो जबरन या दबाव में या मुर्ख बना कर मुसलमान बना दिए गए को गद्दार सेक्युलर कहे जाने वाले हिन्दुओ के साथ मिलकर उन मजलूम हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन करने वाले मुगलों के वंसज आज भी मानसिक और भावनात्मक तरीके से शोषण और बलात्कार कर रहे| हमे उन निरीह और पथ्भ्रस्त कल के हिन्दू और आज के मुसलमानों को इन गद्दारो से बचाना है| पर अगर वो भटके हुए जो हिन्दू से मुसलमान बने है सच्चे दिल से ये पुरानी और अपने पुरखों की व्यवस्था में आने को मानते हैं तो ही|
असली सेक्युलर हिंदू समाज है, यदि आप सेक्यूलर है तो हिन्दुओ के साथ आओ, इन कमीनों को बेनकाब करो जो भारत माता का अन्न-जल खाकर मादरे वतन से गद्दारी कर रहे है| इनको ना तो इस्लाम से मतलब है और ना ही शरीयत से इन्हें तो आज भी इस देश को लूटना है| आज भी ये होटलों मे शराब पीकर गरीब मजलूम लोगो की बेटियों की इज्जत से खेलते है| गरीब का बोट लेके देश को बेचते है| इसके पहले कि ये हमारे देश को बेंच दें सारे देश प्रेमी कल के हिंदू, आज के हिंदू और आने वाले कल में पुनः घर लौटने वाले हिंदू ए़क होकर इन जगली सुअरों को मार भगाओ|
अब देश की सत्ता पर ये भारत माता के गद्दार कभी काबिज ना हो सके| ये वे ही लोग है जिन्होंने भारत माँ को गुलाम बनाने मे तुर्क और मुगलों की मदद की, अंगेजो के तलबे चाटे, उनकी बीबियो के सेक्स दास बने| क्या क्या नहीं कहता इतिहास जो इन सुअरों ने किया पर मर्यादा को समझते हुए उन सभी बातों को खोल कर लिखा नहीं जा सकता| और हालात तो देखिये की आज भी ये गद्दार चाट रहे है एक विदेशी महिला के तलबे| उसके रहमोकरम पर जी रहे है ये कायर और अपने देश से अनवरत गद्दारी किये जा रहे हैं| उस अनपढ़ महिला के इशारों पर कठपुतली की तरह नाच रहे है| इन नचनियो को पहचान लो और कभी बोट मत देना|
अभी कोसीकला मे जो दंगे हुए उनमे जो मुसलमान शामिल थे वो कौन थे, वो भी इन्ही लोगो के द्वारा बरगलाये, दिमाग मे जहर भरे हुए, गरीब अनपढ़ पर अन्धानुशरण करने वाले बिगडैल लोग थे| बुखारी क्यो नहीं आया लड़ने, आजम खान क्यों नहीं आया| क्यूंकि ये दोनों जो खुद को मुसलमानों के सबसे बड़े प्रणेता और सहायक बताते हैं ये केवल गरीबों की बोटियाँ नोचना जानते हैं तथा ये अरबपति मुसलमान गरीब मुसलमानों पर अपने तरीके से राज कर रहे है पर ये गरीब मुसलमान इनको पहचान नहीं पा रहा है क्यूंकि उसके आखों पर बचपन से एक पट्टी बांध दी जाती है ताकि वो कुछ और ना देख सके, कान में रुई घुसेड दी जाती है ताकि वो कुछ और ना सुन सके, उसके गले में जलता कोयला डाल दिया जाता है ताकि वो कुछ और ना बोल सके सिवाय इन अरबपति मुसलमानों की भाषा के|
ऐसे मुसलमान गरीब के गरीब ही बने हुए है और इन्हें आसानी से बेबकूफ बनाकर मरवाया जा रहा है| हिंदू सेक्युलर है सच्चा इसलिए इस तरह सोचता है| हिंदू बुद्धीमान है इसलिए आपकी बेवकूफी से आपको आगाह कर रहा है| पर हिन्दू कहीं से भी कायर नहीं है| आपके अंदर भी हिंदू माताओं का दूध खून बन कर दौड़ रहा है| वापस आ जाओ अपने पुरखों के समाज और धर्म में| हिंदू समाज जैसा प्रेम, धर्म, पवित्रता आपको और कही नहीं मिलेगी| क्यों सुअरों के साथ पड़े हुए हो| हमारे यहाँ सैकडो जातियां और जनजातियाँ है जो मुगलों के आने के बाद बनीं (ज्ञात रहे मुगलों के आने से पहले तक केवल वर्ण व्यवस्था थी की जो जिस कार्य में सक्षम है वो उस कार्य को करेगा, पर मुगलों के आने के बाद जातिवाद फैला) सब प्रेम से रहती है| आप भी एक बड़ी जाती बना लो ''रामश्री''| नाम से भी छोडो इन म्लेंछो का साथ आओ राम की सेना मे और श्री राम आपको अपना आशीष देंगे सदा आगे बढ़ाते रहने का और कुशल बने रहने का|
अगर मेरी बातों में आपको संसय लग रहा है तो आप मौजूदा अरब और अन्य मुस्लिम देशों की हालत और हालात देख सकते हैं| चाहे आप अफगानिस्तान का उदहारण लें या इराक, इरान, सोमालिया, तालिबान को देखें या पाकिस्तान को सब कैसे त्रस्त हैं| कभी इनमे से भी अधिकतर देश हिन्दू राष्ट्र थे पर जैसे ही व्यभिचार, अत्याचार और अनाचार की आंधी चली तो कैसे ये देश पूरी तरह बिखर कर रह गए और अपनी असली और पुरखों की पहचान आज पूरी तरह मिट चूका है| क्या आप सभी भी इन्ही की तरह मिट जाना चाहते हैं? क्यूंकि कमोबेश भारत में भी कुछ गद्दार वैसे ही हालात पैदा कर देना चाहते हैं ताकि अपनी हुकूमत चला सकें और आपको गरीब और आशय महसूस करते रहें साथ ही सोचने समझाने की शक्ति को पूरी तरह ख़तम कर दें ये गद्दार तथा अपनी रोटियां सेंकते रहें|
खुद सोचो की पूर्वार्ध में एक राष्ट्रवादी सम्माननीय सरदार बल्लभ भाई पटेल जी को हम पंडित जवाहर लाल नेहरु की अति-महत्वाकांक्षा के आगे खो चुके हैं और उसका दुष्परिणाम आज भी भुगत रहे हैं पिछले ६४ सालों से, पर क्या आप चाहते हैं की ऐसी दुर्घटना को पुनः दोहराया जाये और कुछ सोनिया गाँधी (पूरी कांग्रेस), नितीश कुमार इत्यादि जैसे नकली सेक्युलरों के चक्कर में आ कर विकास पुरुष और सेक्युलर को सही मायने में जीने वाले मोदी जी को हम खो दें और आगे भी ऐसे ही दंश झेलते रहे जैसे हम ६४ सालों से झेलते आये हैं और कल को मोदी जी को खोने के बाद अफ़सोस करें की काश मोदी जी प्रधान मंत्री बन गए होते तो ऐसा हो गया होता जैसा हम आज सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के लिए सोचते हैं|
मैं पुनः कहता हूँ ये व्यवस्था केवल राष्ट्रवादी और सच्चे दिल और निष्ठां से अपने पुरखों के धर्म में वापस आने वालों के लिए है और सच्चे राष्ट्रवादियों के लिए है|
जय श्री राम
वन्देमातरम
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