सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।
मैं देश नहीं रुकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा।।
मेरी धरती मुझसे पूछ रही कब मेरा कर्ज चुकाओगे।
मेरा अंबर पूछ रहा कब अपना फर्ज निभाओगे।।
मेरा वचन है भारत मां को तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।।
वे लूट रहे हैं सपनों को मैं चैन से कैसे सो जाऊं।
वे बेच रहे हैं भारत को खामोश मैं कैसे हो जाऊं।।
हां मैंने कसम उठाई है मैं देश नहीं बिकने नहीं दूंगा।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।।
वो जितने अंधेरे लाएंगे मैं उतने उजाले लाऊंगा।
वो जितनी रात बढ़ाएंगे मैं उतने सूरज उगाऊंगा।।
इस छल-फरेब की आंधी में मैं दीप नहीं बुझने दूंगा।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।।
वे चाहते हैं जागे न कोई बस रात का कारोबार चले।
वे नशा बांटते जाएं और देश यूं ही बीमार चले।।
पर जाग रहा है देश मेरा हर भारतवासी जीतेगा।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।।
मांओं बहनों की अस्मत पर गिद्ध नजर लगाए बैठे हैं।
मैं अपने देश की धरती पर अब दर्दी नहीं उगने दूंगा।।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।
अब घड़ी फैसले की आई हमने है कसम अब खाई।।
हमें फिर से दोहराना है और खुद को याद दिलाना है।
न भटकेंगे न अटकेंगे कुछ भी हो हम देश नहीं मिटने देंगे।।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।
मैं देश नहीं रुकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा।।
नरेंद्र मोदी जी की कविता
MODI JI MAI SADAV AAP KA ABHARE RAHUNGA JO AAP NE DOBARA IS HINDUSTAN KO AZAD KARENE KE SAPATH LE OR IS VIDASI TAQUT VIDESHI VICHAR DHARA WALE SADYANTAR KARE MASOOM CHEHRO KE PECHE CHIPE BHADIYO KO KHEDAD NE KA JO SAHAS KEYA HAI MEI AAP KE DILERY KO SHAT SHAT NAMAN KARTA HU JAI HIND
ReplyDeleteGOLDY BABA
Modi ji ki kavita Rashtra prem se bhari hai, logo me utsah ka sanchar hota hai.
ReplyDeleteDr. Chakachoundh Gyanpuri Hasya kavi
Varanasi. 09415293976
Modi ji logo ke naye sapne hai,
ReplyDeleteKhoj rahe apne hai.
Dr. Chakachoundh Gyanpuri Hasya KaviVaranasi
Mb.09415293976