दिल्ली मे इस बार गणतन्त्र दिवस समारोह नहीं होने देंगे : अरविंद केजरीवाल
भारत का स्वतन्त्रता दिवस और गणतन्त्र दिवस समारोह रोकने की चेष्टा सिर्फ देशद्रोही और आतंकवादी ही करते हैं। लेकिन चूंकि आम आदमी पार्टी नक्सलवादियों का समूह बन चुका है एवं नक्सलवादियों को ISI से मदद मिलती है। ऐसे मे केजरीवाल का ये बयान की दिल्ली मे गणतन्त्र दिवस नहीं मनाने देंगे समझा जा सकता है की एक आतंकवादी जब मुख्यमंत्री बन जाए तो किस प्रकार की देशद्रोही हरकतों को खुलेआम अंजाम देगा।
जिस इंसान का भारत के गणतन्त्र मे विश्वास ना हो उस इंसान का भारत पर क्या विश्वास होगा और ऐसे इंसान को लात मार कर भारत से पाकिस्तान मे फेंक देना चाहिए।
केजरीवाल के सभी बयान जैसे की इन्होने "पुलिस तक को बगावत करने को कहना", खुल्लेआम भारत के लोकतान्त्रिक और न्यायिक प्रणाली का ना सिर्फ मज़ाक उड़ाना बल्कि भीड़ को भी लोकतन्त्र और न्यायिक प्रणाली के अवमानना के लिए उकसाना ये सभी देशद्रोह की श्रेणी मे आता है।
इन सभी संदर्भों को देख हम ये कह सकते हैं की केजरीवाल विदेशी ताकतों के हाथ का ना सिर्फ एक पिट्ठू है बल्कि केजरीवाल सर्वथा अयोग्य एवं देशद्रोही है जो विदेशी ताकतों के साथ मिल कर इस देश को, हमारे भारत को अस्थिर करने के प्रयास मे लगा हुआ है।
जनता से अपील है की वो इस देशद्रोही की हकीकत को समझें एवं इसको सबक सिखाएँ।
===========
जब केजरीवाल को ना तो भारत के लोकतन्त्र पर भरोषा है, ना ही गणतन्त्र दिवस मनाएंगे, ना ही भारत की न्यायप्रणाली पर भरोषा है ऐसे मे इस देशद्रोही केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने के लिए भारत के संविधान की शपथ क्यूँ खाई थी, ये मेरे समझ से परे है या फिर ये दोग** है
No comments:
Post a Comment