19 Jun 2012

कोसीकलां (मथुरा) दंगे की ताजा जानकारी


"देखिये इन मुल्ले आतंकवादियों का सच"

१७ जून की रात को एक निरीह और बहुत ही गरीब हिन्दू रिक्शा चालक को मार पिट मुसलमानों ने उसके १६०० रुपये छीन लिए और पुलिस ने एफ़०आइ०आर० तो छोडिये एक प्रथिमिकी भी नहीं दर्ज किया|

कल यानि १८ जून को दो हिन्दू भाईयों को, जिसमे से एक भाई सारे हिन्दू भाईयों को एक करने का प्रयास कर रहे थे और उनका हिंदुओं में ये एकता लाने का प्रयास मुसलमानों के आँखों की किरकिरी बना हुआ था, को बिच सड़क पर जो की बाईपास है और अक्सर सुनसान रहता है, मुसलमानों ने पहले तो ट्रक से उनके मोटरसाइकिल को टक्कर मारी| पर इस टक्कर से ही इन मुसलमानों का दिल नहीं भरा तो इन मुसलमानों ने उन्हें ट्रक से कुचलने का प्रयास किया पर उन दो हिन्दू भाईयों के साहस ने उन्हें ट्रक के निचे आने से रोक दिया| पर मुसलमानों ने उन्हें पत्थरों से इतना मारा की पहले भाई, जो हिन्दुओं को एक करने का प्रयास कर रहे थे, उनके शारीर की पूरी चमड़ी उधड गई और उनके चेहरे से लेकर पुरे शारीर पट्टियाँ बँधी हैं| पर इतनी पट्टियों के बावजूद उनका कहना है की अगर उन मुसलमानों को उनके सामने लाया जाता है तो वो उन्हें पहचान लेंगे पर प्रशासन चुप बैठी है और इस घटना में कोई धर पकड़ अभी तक नहीं हुई है| साथ ही जो दुसरे हिन्दू भाई थे उनकी रीढ़ की हड्डी टूट चुकी और मर्नास्सन अवस्था में उनको नगर के हॉस्पिटल में भेजा गया जहाँ वो जिंदगी और मौत के बिच वैसे ही झेल रहे हैं जैसे हमारी एक बहन राजबाला जी रामलीला मैदान में लाठी खाने के बाद और रीढ़ की हड्डी टूटने के बाद झेल रही थीं| पर प्रशासन यहाँ भी खामोश बना हुआ है और मीडिया को इससे दूर रखा गया है या मीडिया खुद दुरी बनाये हुए है कहना मुश्किल है|

१८ जून की ही रात को कुछ मुसलमानों ने मिल कर एक हिन्दू भाई की इलेक्ट्रोनिक की दुकान जिसका दो शटर है के एक शटर से आग लगा दी| आग पर तो समय रहते काबू पा लिया गया पर नुकसान बड़ा हुआ क्यूंकि सारा सामान जल चूका है| पर इस घटना को भी पहले की आगजनी की घटनाओं के सामान पुलिस ने रासुका लगा जेल में डाल देने की अपनी पुरानी धमकी दे व्यापारी से लिखवा लिया की ये आग बिजली के शार्ट-सर्किट से लगी है पर सच्चाई जानते हुए भी आग लगाने वालों पर कोई कार्यवाही करने का मद्दा नहीं दिखा पा रही है पुलिस| ये है असली प्रशासन एक दंगा प्रभावित क्षेत्र का जो भगवन कृष्ण की स्थली है|

साथ ही एक बड़े घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश सिंह यादव दंगा प्रभावित क्षेत्र कोसीकलां से मात्र १० किलोमीटर की दुरी पर आये किसी सभा को संबोधित करने के नाम पर, पर इन मुख्य मंत्री महाशय के पास दंगा प्रभावित क्षेत्र कोसीकलां आने का समय नहीं था और ना ही इन्होने समय निकालने की जरुरत समझी और उस सभा को संबोधित कर अपने कार्य की इतिश्री मान ये प्रदेश के मुखिया और मुसलमानों के सहायक वापस चल दिए और अपने मुख्यमंत्री पद की प्रतिष्ठा में चार चाँद लगा गए|

मामला यहीं नहीं थमा बल्कि इसमें और चार-चाँद लगाया उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री और मुसलमानों के प्रणेता और रामपुर (उत्तर प्रदेश) के दंगे में हमारी भारत माता को डायन कहने वाले आज़म खान ने| इन महान मुस्लिम क्रन्तिकारी या कहें तो सफ़ेद पोश मुस्लिम आतंकवादी और राष्ट्रद्रोही आज़म खान को राजनैतिक जाँच पर ज्यादा भरोषा भारतीय न्यायिक जाँच पर नहीं| इन्होने कहा की ये इस दंगे की न्यायिक जाँच नहीं कराएँगे क्यूंकि एक तो न्यायिक जाँच सही निष्कर्ष नहीं बताते और इनका झुकाव एक तरफ होता और दूसरा न्यायिक जाँच में समय ज्यादा लगता है| अतः आज़म खान इस मामले की राजनैतिक जाँच कराना चाहते हैं क्यूंकि ये जाँच थोड़े समय में पूरी हो जाएगी और त्रुतिविहीन और सही जाँच होती है| अब ये सोचने वाली बात है की जो इन्सान एक बार भारत माता जिसके गोद में ये आज़म खान अपनी सफेदपोश रोटियां सेंक रहा है और इसके खुद पर चल रहे मामलों के बारे में कहता है की न्यायलय के फैसले का इन्तेजार करिए वहीँ ये आम जनता के ऊपर बीते इस भयावह दंश को दरनिकार कर न्यायिक जाँच से दूर रखना चाह रहा है| क्या ये दोगला चरित्र नहीं है एक सफेदपोश राष्ट्रद्रोही का?

मतलब साफ़ है ऐसे सफेदपोश राष्ट्रद्रोह हमारे न्यायलय से ऊपर हैं और जनता इनके लिए कीड़े के समान है मरती है तो मरे पर इनकी दुकान चलती रहे क्यूंकि हिन्दू अँधा, बहरा और गूंगा है साथ ही नामर्द भी|

अब हिन्दू खुद समझें की जो प्रशासन खुले तौर पर और कुछ मामलों में परोक्ष रूप में दंगाइयों का साथ दे रहा है वो राजनैतिक जाँच में क्या ले कर आएगा?

क्या आप भी चाहते हैं की इस घृणित और वीभत्स घटना की राजनैतिक जाँच करा इतिश्री कर लिया जाये?

महानुभावों मेरे हिन्दू भाईयों जब इस घटना को पूरी तरह से और बड़े जतन से मीडिया तक से दूर रखा गया ताकि भारतवाशीयों को इस घटना की जानकारी ना मिले कुछ भी वहां राजनैतिक जाँच कौन सा सत्य उजागर करेगी ये आप खुद निर्णय लें|

अभी भी समय है मेरे हिन्दू भाईयों जागो नहीं तो कल यही घटना आपके किसी बेहद करीबी या आपके परिवार के साथ भी घट सकती है और तब आपका साथ देने वाला कोई नहीं बचेगा|

अब फैसला आप सभी हिन्दू भाईयों के हाथ में है की आप क्या चाहते हैं..."मुर्दा बन कर जीना या शान से सर उठा कर एक दिन के लिए भी जीना और अपने बच्चों को एक अच्छा परिवेश देना जहाँ वो शांति से रह सकें और आपके ऊपर गर्व कर सकें ऐसा नहीं की हमारे बच्चे हमारे जाने के बाद हमें ही गाली दें की हम तो शिखंडी थे और कुछ किया ही नहीं और ऐसे ही भारत माता की छाती बोझ बने मर-खप गए"

जय माँ भारती
वन्देमातरम



4 comments:

  1. bhai ji jaanch se kya hoga wah leepa poti in saalon ko turant ke turant jawab dia jana chahye matlab khoon ka badala khoon bas yahi ek upay hai

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  2. Vineet ji, please Kosi Kalan Riot ki English Translation apne blog par post kar Dijiye, i am trying to make it reach to Non-Hindi reader though mine Facebook Page

    http://www.facebook.com/hindutvaworld

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    1. Abhishek ji I will try my level best to do that but this time I am not getting time at all...it will take some time...please don't mind hope you can understand

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  3. Please try google translate !!!

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