Yes We Can, Yes Will Do.
नरेंद्र मोदी की हुंकार हिल गया पूरा कोंग्रेसीतान
मोदी जी आज हैदराबाद के स्टेडियम से हैदराबाद की जनता को संबोधित कर रहे थे। लेकिन मोदी जी का सम्बोधन जैसे लग रहा था की ललकिले पर चढ़ पूरी 121 करोड़ जनता को संबोधित कर रहे हों।
मोदी जी का मंच पर स्वागत भारतमाता की जय और वन्देमातरम से हुआ। इसके साथ-साथ केरल के स्वतन्त्रता सेनानी 90 वर्षीय इंद्रसेना रेड्डी जी मंच पर केरल से आए और मोदी जी अपना आशीर्वाद दिया। साथ ही मोदी जी की ट्विटर माँ श्रीमती बैस ने भी मोदी जी आशीर्वाद दिया एवं मोदी जी ने दोनों वयो वृद्धों को अपने मंच पर स्थान दिया। इसके तुरंत पश्चात मोदी जी का भाषण शुरू हुआ। मोदी जी ने अपना भाषण तेलगु मे शुरू किया। तेलगु मे अपने आंध्र के भाइयों को संबोधित किया। तत्पश्चात मोदी जी ने हिन्दी मे भाषण देना शुरू किया।
मोदी जी ने श्री वेंकेटश्वरा स्वामी जी से प्रदेश के लोगों को सुखी रखने की प्रार्थना की एवं दुख से लड़ने की शक्ति देने की प्रार्थना की। मोदी जी ने आंध्र के युवा को धन्यवाद दिया की उत्तराखंड के लोगों की सहायता के लिए उन्होने 5 रुपये का रजिस्ट्रेसन करा कर यहाँ एकत्रित हुए।
मोदी जी ने कहा की जहां आज राजनीति, पार्टी एवं यहाँ तक की नेताओं के ऊपर से भी युवा का साथ ही जनता का विश्वास उठता जा रहा है, वहाँ इतने युवा स्टेडियम के अंदर एवं दुगुने युवा स्टेडियम के बाहर देख मेरा मन प्रफुल्लित हो गया। मोदी जी ने कहा की जिन युवाओं से मैं नहीं मिल पाया उनसे मिलने मैं फिर आंध्र आऊँगा और जरूर मिलुंगा।
मोदी जी अपने भाषण को आगे बढ़ाते हुए हाल मे पाकिस्तान द्वारा भारतीय सैनिकों को मारे जाने पर प्रतिकृया देते हुए कहा, "जब हमारे 5 सैनिकों के सर पाकिस्तानी सेना काट कर ले गई थी तब हमारे प्रधानमंत्री जी ने कहा था की अब बस इसके आगे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। लेकिन आज फिर से 5 सैनिकों की हत्या कर दी गई पाकिस्तानी सेना द्वारा लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी मौन हैं। आखिर ऐसा क्या कारण है की पाकिस्तान बारम्बार ऐसी हरकतें कर रहा है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी मौन हैं और देश कातर आँखों से अपने सैनिकों को मरते हुए देख रहा है।"
जम्मू के किश्तवर दंगे पर बोलते हुए मोदी जी ने कहा, "आज देखिये किशतवर मे क्या हो रहा है। कोई नहीं जानता है की कितने लोग मारे गए वहाँ, कितने घर जला दिये और कितनी दुकाने जलीं। आज किश्तवार मे राष्ट्रविरोधी ताक़तें पनप रही हैं राष्ट्रविरोधी कार्य हो रहे हैं। ऐसे मे जब आज राज्यसभा से विपक्ष के नेता अरुण जेटली जी किश्तवर जाने को निकले तो उन्हे जम्मू एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। क्या ये लोकतन्त्र है या कॉंग्रेस समर्थित जम्मू-कश्मीर की सरकार वहाँ की सच्चाई को बाहर नहीं आने देना चाहती है।"
दिल्ली की सल्तनत को सिर्फ वोट बैंक बनाना है, दिल्ली की सल्तनत को सिर्फ वोट बैंक से प्यार है। भले चीन हमारी सीमा मे आ कर बैठ जाए। चीन हमारी सीमा मे आया, बैठा रहा, पूरे विश्व ने देखा, यहाँ तक की गूगल मैप पर भी देखा गया, लेकिन हमारी दिल्ली की सरकार इस पर भी मौन रही। चाइना को हमारी से जाना था लेकिन हमारी केंद्र सरकार ने मांडवली किया चाइना से और हमारी फौज को हमारी ही जमीन से हटना पड़ा। यहाँ भी कॉंग्रेस सरकार हार गई। ये दिल्ली की सल्तनत हमारी रक्षा कर सकने मे असमर्थ है।
जब पाकिस्तान हमारे सैनिकों के सर काट कर ले गया तो हमारे विदेश मंत्री पाकिस्तान को बिरयानी खिला रहे थे और बोले की ये तो प्रोटोकॉल है। चाइना के मुद्दे पर चाइना गए और वहाँ से भाषण दिया की चाइना बहुत अच्छा है और मेरा तो मन कर रहा है की मैं यहीं बस जाऊँ। अरे विदेश मंत्री जी एवं कॉंग्रेस कुछ तो शर्म करो। क्या हमारे सेना के जवानों को भी आप प्रोटोकॉल के तहत मरवा रहे हो। मोदी ने कहा आज देश की सुरक्षा खतरे मे है। आज बांग्लादेश की सीमा पर बीएसएफ़ के जवानों को साफ निर्देश दिया गया है की घुसपैठीयों के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं करनी है। बीएसएफ़ के जवानों को यहाँ तक आदेश दिया गया है की अगर बंगलादेशी घुसपैठिए आक्रामक रवैया अपनाते हैं तो उन्हे बिना किसी दिक्कत के भारत मे प्रवेश करने दिया जाए। इटली से जवान आते हैं, हमारे मछुवारों को मार देते हैं, पकड़े जाते हैं जेल होती है। ऐसे मे कोई आम आदमी को जमानत नहीं मिल सकती थी लेकिन इन दोनों इटली के जवानों को क्रिसमस मनाने के लिए जमानत मिलती है एवं ये आने से मना कर देता हैं। वो तो भला हो सुप्रीम कोर्ट का जिसके कारण उन हत्यारे इटली के सैनिकों को भारत वापस आना पड़ा। दिल्ली की सल्तनत हमारी किसी चीज को लेकर सिरियस नहीं है। उनको किसी चीज से कोई फर्क ही नहीं पड़ता है।
मेरे नौजवान साथियों आप देश के बारे मे सोचते हो, आपको देश को लेकर फर्क पड़ता है, आप देश की भलाई सोचते हो लेकिन कॉंग्रेस की सरकार है महाराष्ट्र और आंध्र मे और सबसे आत्महत्या के केस यहीं हैं। क्या कर रही है कॉंग्रेस नौजवानों के लिए। कॉंग्रेस केवल नौजवानों को आत्महत्या के लिए बाध्य कर रही है।
2004 मे कॉंग्रेस ने वादा किया था की तेलंगाना बनाएगी। लेकिन 9 सालों तक चुप रही। जबकि आंध्र से ही कॉंग्रेस के सबसे ज्यादा एमपी हैं और आंध्र के बल पर ही दिल्ली मे कॉंग्रेस बैठी है। लेकिन फिर भी आंध्र के लिए क्या किया कॉंग्रेस ने। भाई को भाई से लड़वा दिया। छोटे राज्यों को अटल जी ने बनाया लेकिन जब मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ बने तब दोनों जगह मिठाई बांटी जा रही थी। यही हाल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए भी था, यही बिहार और झारखंड के लिए भी था की दोनों जगह मिठाई बांटी गई। लेकिन यहाँ कॉंग्रेस ने तो दोनों भाइयों को लड़वा दिया। मैं भी जब तेलंगाना आया था तो कहा था की 100 दिन मे तेलंगाना बना देंगे लेकिन हमने कहा था की हम सीमान्ध्र के विकास को नजरंदाज नहीं करेंगे। मैं चाहता हूँ आंध्र और तेलंगाना के शहर हैदराबाद से ज्यादा विकास करें। मैं पूछना चाहता हूँ की जब कॉंग्रेस ने 2004 मे ही कहा था की वो तेलंगाना को बनाएगी तो क्यूँ अभी 10 साल और इंतजार करने को कहा दूसरे राजधानी के लिए। क्यूँ नहीं दूसरी राजधानी के लिए उसी समय से काम शुरू हुआ। मैं एक छोटे जगह से आता हूँ, मैं गांधी और पटेल जी की धरती का हूँ, मैं नहीं चाहता की आंध्र और तेलंगाना दोनों भाई आपस मे लड़ें। माँ के दूध मे क्या कोई दरार होती है....नहीं। हमारे सूरत और अहमदाबाद मे 4 लाख तेलगु भाई रहते हैं और साथ मे कमाते हैं खाते हैं क्या वैसे ही यहाँ हम दोनों आंध्र और तेलगु भाई साथ नहीं रह सकते हैं। हमारा लक्ष्य होना चाहिए की आंध्र और तेलंगाना दोनों गुजरात से भी ज्यादा प्रगति करें, विकास करें। क्यूंकी विकास ही सारी परेशानियों का हल है।
लेकिन कॉंग्रेस विकास के पथ नहीं चलती क्यूंकी वो जनता के सवालों का जवाब नहीं दे सकती है। 40 साल पहले कहीं भी शुद्ध घी नहीं लिखा होता था बल्कि केवल घी लिखा होता था। आज शुद्ध घी लिखना पड़ता है क्यूंकी कॉंग्रेस ने उसमे भी मिलावट कर दिया। ठीक उसी प्रकार कॉंग्रेस ने गरीबों के थाली से रोटी छिन लिया और अब फूड सेक्यूरिटी बिल का झुनझुना दे रही है। अरे 60 सालों के राज के बाद आज फूड सेक्यूरिटी बिल जरूरत भला पड़नी चाहिए थी।
आज अर्थशास्त्री एक शब्द का उपयोग करते हैं Inclusive Growth। क्या इस शब्द का उपयोग पहले होता था। नहीं। लेकिन आज हो रहा है क्यूंकी कॉंग्रेस सभी को Exclude करके चलती है। आज कॉंग्रेस देश पर बोझ बन गई है। आज मैं NTR को याद करना चाहता हूँ जिंहोने कॉंग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार करने की कोशिस की। अगर हम NTR को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो उनके कॉंग्रेस मुक्त भारत को साकार करें। आज पूरे देश मे कॉंग्रेस मुक्त भारत का वातावरण बन रहा है हमे इसको पूरा करना होगा।
आज भ्रस्टाचार ने पूरे देश को निगल लिया है। जल-थल-नभ कोई ऐसा कोना नहीं छोड़ा कॉंग्रेस ने जहां उसने भ्रस्टाचार नहीं किया हो। हमारे नेता एलके आडवाणी जी पूरे देश मे घूमे। मकसद सिर्फ काले धन के प्रति जागरूकता को लाकर काले धन को विदेशी बैंको से भारत वापस लाना था। लेकिन कॉंग्रेस ने उनकी नहीं सुनी। मतलब साफ है की कॉंग्रेस का ही है काला धन जो वो लाना ही नहीं चाहते हैं।
आप गुजरात को पसंद नहीं करते हैं ठीक है लेकिन तमिलनाडु की डॉ जयललिता से स्किल डेव्लपमेंट के बारे मे सीखें। डॉ रमन सिंह जी ने कैसे गरीबों को भी भोजन दिया उससे सीखे जिसको सुप्रीम कोर्ट तक ने सराहा है। लोग कहते हैं की कैसे एक बच्ची बड़ी हो अपना भविष्य देखे तो मैं कहता एचएन की आप मध्य प्रदेश जाएँ और वहाँ शिवराज चौहान जी की लाड़ली लक्ष्मी योजना को देखें।
देश मे एक ही परिवार ने सालों-साल राज किया लेकिन उस परिवार ने भारत के आम आदमी के लिए कुछ नहीं किया। एक बार मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा की आंध्र, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, गोवा सभी की कोस्ट लाइन है एक बार सभी प्रदेशों के मुख्य मंत्रियों को बुलाएँ और हम बैठ कर देखें की कोस्ट लाइन को हम कैसे विकास मे बदल सकते हैं। लेकिन आज तक प्रधानमंत्री जी ने मेरी बात नहीं सुनी और आज रुपया की कीमत देखिये डॉलर के मुक़ाबले की है।
कभी विदेशों से बच्चे हमारे देश मे पढ़ने आते थे लेकिन आज हमारे ही युवा वो शिक्षा नहीं पा पते हैं जो वो चाहते हैं। आज हमारे शिक्षित युवा और पैसा दोनों हमारे देश से बाहर जा रहा है। आज गाँवों मे डॉ नहीं है जिस वजह से हमारे ग्रामवासियों को दवाई तक नहीं मिल पाती है। ये समस्या सालों से है लेकिन केंद्र सरकार ने आज तक इस समस्या को दूर करने की ओर कोई कदम नहीं उठाया। हम दवाई तो बना रहे हैं लेकिन क्या हमारे पास डॉ हैं उन दवाइयों को देने के लिए।
हर जरूरी चीज खाना, छत, कपड़ा कॉंग्रेस हमसे छिनती जा रही है। लेकिन उस तरह से विकास नहीं कर रही है की ये जरूरी चीजें तक हमे मिल सकें। आज युवाओं के पास वो सामर्थ्य है की वो कार्य कर सकें लेकिन कॉंग्रेस के भ्रस्टाचार ने पूरा कोश खाली कर दिया तो युवाओं को उनके अपेक्षित कार्य नहीं मिलता है। आज युवाओं के पास स्किल के होते हुए भी कार्य नहीं है।
सरकार का एक ही धर्म होता है - भारत पहले। सरकार का एक ही धर्मग्रंथ होता है - भारत का संविधान। सरकार की एक ही भक्ति होती है - भारत भक्ति। सरकार की एक ही शक्ति होती है - जन शक्ति। सरकार की एक ही पुजा होती है - सवा सौ करोड़ भर्तियों की भलाई। सरकार की एक ही कार्य शैली होती है - सबका साथ सबका विकास।
Yes We Can, Yes Will Do.
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