आम आदमी पार्टी वालो का तो सिर्फ और सिर्फ एक ही काम है और वह है मोदी विरोध! और मोदी विरोधियो का खेमा कितना व्यापक है यह तो सभी जानते हैं इसमें केजरीवाल ही नहीं, सोनिया और यहाँ तक अडवानी जैसे नेता शामिल हैं जो की इस काम में लगे रहते हैं की कैसे मोदी समर्थको को तोडा जाये!
अभी जब पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी नरेन्द्र मोदी के साथ खड़े मिले तो उनको झूठे आरोप लगा के बदनाम कर दिया! इतना बदनाम की उन्होंने अध्यक्ष पद त्याग दिया! लेकिन आज तक नितिन गडकरी की चार्ज शीट नहीं बनी क्योंकि कोई आरोप तय ही नहीं हो पाए! अलबत्ता आरोप लगाने वाली आम आदमी पार्टी की मुख्य सदस्या एवं केजरीवाल की अभिन्न महिला साथी अंजलि दमानिया खुद कठघरे मे खड़ी नजर आईं। ऐसे मे 1 साल से भी पहले केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के आंतरिक जनलोकपाल द्वारा जांच कर 5 महीने के अंदर रिपोर्ट लाने को कहा लेकिन केजरीवाल जी के ना तो 5 महीने पूरे हुए और ना ही रिपोर्ट आई। परंतु मीडिया की रिपोर्ट आ गई की दोषी अंजलि दमानिया थी जो वहाँ की जमीन हथियाने के चक्कर मे थी और बहुत सी जमीन पहले ही हथिया चुकी हैं।
मोदी विरोधी खेमे को लगा की नया भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह उनके इशारो पर नाचेगा और मोदी पार्टी में दरकिनार हो जायेंगे परन्तु पुनः ऐसा नहीं हुआ! राजनाथ सिंह जम कर मोदी के साथ खड़े दिखाई दिए और उन्होंने पार्टी को एक नयी दिशा दी!
इस पर मोदी विरोधी खेमे को लगा की अब तो राजनाथ सिंह को कैसे बदनाम किया जाए तो अब वह उनके खिलाफ मोर्चा खोल कर खड़े हो गए RTI और पता नहीं क्या क्या का सुर छेड़ कर!
आखिर "टारगेट" पर तो मोदी ही हैं ...... राजनाथ सिंह पर तो प्रहार इसलिए है की मोदी का आधार कमज़ोर किया जा सके!
पर यह ध्यान रहे ..... जीत हमेशा सच की होती है!
सत्यमेव जयते!!!!!
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