वाह जी वाह ये भी खूब रही
आज एक फौजी से बात हो रही थी और उनकी बातें सुन कर यही लगा की गुलामी अभी तक ख़तम नहीं हुई है देश से।
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फौजी महानुभाव ने कहा की गाँधी परिवार ने इतने बलिदान दिए तो उनका ही राज रहेगा देश में कोई उनको हिला नहीं सकता है देश से। मैंने पुछा की कौन सा बलिदान गाँधी परिवार के किस गाँधी ने दिया?
नेहरु गुलामी के समय भी ऐय्यास, इंदिरा ने आतंकियों को आगे बढाया और उसमे मरी, राजीव के कहने ही क्या और अभी सोनिया की नंगई सभी के सामने है। जनाब सुनने को तैयार नहीं थे। मैंने कहा की फौजी हो और पाकिस्तान अधिनस्थ कश्मीर किसने थाली में सजा कर दिया वो तो नेहरु ही था न। तो जनाब कहने लगे की कारगिल को देखो। मैंने कहा की मैं तो मूल को देख रहा हूँ लेकिन नहीं। पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, फिर अक्शाई चीन, फिर बांग्लादेश में दिए गए जमीन, और अब सर क्रिक का जमीन दिया जा रहा है पाकिस्तान को। इतना सुनते ही इन जनाब ने बात बदल दिया।
तब एक फौजी हो कर जनाब कह रहे हैं की अन्ना के अनसन के समय सुषमा कैसे नाच रही थी जैसे की कोई कोठे वाली नाच रही हो, मैं तो शर्मिंदा हो कर निकल गया।
मैंने कहा की एक फौजी हो क्या आपके फ़ौज में देशभक्ति के गानों पर नाचना होता है या नहीं तो कहा की होता है। मैंने कहा की क्या वो काम कोठे वाला होता है या फ़ौज ने अब ये कह दिया है की देशभक्ति के गानों पर नाचना कोठे पर नाचने के समान है।
तभी मैंने अपने तरफ से कहा की वैसे सोनिया और शिला तो बार में चलने वाले गानों पर डांस करती रहती है चाहे वो छिछोरा हनी सिंह का गाना हो तो उन जनाब ने जवाब दिया की वो दोनों तो कैबिनेट में हैं और गाँधी परिवार से हैं तो कुछ भी कर सकती है उनको हक़ है।
वैसे इन महानुभाव को चिढ है मोदी जी से क्यूंकि ये सेक्युलर फौजी हैं न केवल बुखारी और गाँधी परिवार के तलवे चाटेंगे और अपनी बहु-बेटियों को उनको परोसेंगे। कह रहे थे की गुजरात से आतंकी पुरे देश में घुस कर आतंक फैला रहे हैं। और मोदी अपना जेब भर रहे हैं क्यूंकि रंडवे हैं लेकिन ये किसके लिए इतना इकठ्ठा कर रहा है मोदी। मैंने कहा की सैलरी तो वो 12,000 ही लेते हैं मोदी जी जो शायद आपसे भी कम है तो कह रहे हैं की इतने कंपनियों को अपने यहाँ बुला रखा है वो किसके लिए। मैंने जवाब दिया की वो तो गुजरात के लिए तो जवाब आया की हाँ जी हाँ जैसे हमें पता ही नहीं।
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ये मानसिकता ही है जो हमें आज भी गुलाम बनाये हुए है। अगर ऐसे हैं हमारे फौजी तो हो गया देश का कल्याण।
वैसे इनकी बेटी मेरी दोस्त है और इस पोस्ट के बाद शायद दोस्ती ख़तम भी कर दे परन्तु मुझे परवाह नहीं। जो गलत है वो मेरे लिए हमेसा गलत रहेगा फिर चाहे वो करने वाला कोई भी हो।
ऐसे लोग जाये भाड़ में।
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