काशी काबा एक है, एक ही राम रहीम
अंतर इनमे नहीं ऐसा आज भी सभी मानते हैं
सुनाने में अच्छा लगे पर व्यावहारिक नहीं
अंतर है इनको मानने वालो की सोच में
अंतर है सोच की प्रक्रिया का
जिसने दिया नारा ये
उसी के मरने के बाद
हुआ बड़ा हंगामा एक
कोई कहा दफनायेंगे इनको
तो किसी ने कहा जलाएंगे
चलिए जनाब ये बातें तो हम छोड़ते हैं
पर कोई तो बता दे
सन ६३६ से चले आ रहे अत्याचार
सन ६३६ से चले आ रहे व्यभिचार
अनाचार, दुराचार और कितनो ही चार
किसने किया ये दुर्व्यवहार
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