23 Nov 2012

UP Congress Committee General Secretary and UP Congress MLA Hijacked Indian Airlines


उत्तर प्रदेश कांग्रेस जेनेरल सेक्रेटरी और उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक द्वारा विमान अपहरण


20 दिसंबर 1978 का दिन, इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट IC-410 अपने उडान पर थी।

तभी 2 लोग खड़े हुए जो की दोस्त भी थे और इंडियन एयरलाइन्स की 132 लोगो की फ्लाइट को अपने कब्जे में ले लिया मतलब की "इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट को हाईजैक" कर लिया। फिर एक मांग आई उन हाई-जैकर्स की-

"जेल में बंद कांग्रेस पार्टी की लीडर "इंदिरा गाँधी" को तुरंत आजाद किया जाये जो की गबन और धोखाधड़ी के मामले में सजा के तौर पर जेल गईं थीं तथा इंदिरा गाँधी के पुत्र संजय गाँधी के ऊपर से सारे केस हटाये जाएँ।"


अब ऐसे में कोई साधारण इन्सान किसी फ्लाइट को हाईजैक करे तो उसको कितने साल की सजा होती या होनी चाहिए ये तो मुझे नहीं पता है अच्छे से लेकिन हाँ इतना जरुर पता है की सजा जरुर होती। अरे मैं तो उन हाई-जैकर्स का नाम बताना ही भूल गया। उन हाई-जैकर्स का नाम था महान स्वामी भक्त स्वान "देवेन्द्र नाथ पांडे" तथा "भोला नाथ पांडे"।

अब तो इनके बारे में जान ही गए होंगे की कांग्रेस और इंदिरा के इन स्वामिभक्त स्वानों का क्या हुआ होगा। चलिए अगर नहीं जान पाए तो मैं आपको बता देता हूँ की क्या हुआ इन दोनों इंदिरा के स्वमिभाक्तों का जिन्होंने भारत सरकार द्वारा संचालित और उड़ान में अपने साथ इतने लोगों को ले जाने वाली फ्लाइट का पहले तो अपहरण किया फिर उसमे सवार सभी 132 यात्रियों की जान को खतरे में डाला, तो इसका इनाम इनको सन 1980 में दोनों अपहर्ताओं को पार्टी का टिकट दिया गया और दोनों अपहर्ता जीत भी गए। इनमे से एक अपहर्ता "भोला नाथ पांडे" 1980 से 1985 तक कांग्रेस के विधायक रहे तथा इनके साथी और दुसरे अपहर्ता और शायद इंदिरा गाँधी का बहुत करीबी "देवेन्द्र नाथ पांडे" तब के उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया जो की लगातार 2 विधानसभा सत्रों तक रहा। "देवेन्द्र नाथ पांडे" तो अभी तक "उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी" के "जेनेरल सेक्रेटरी" रहे। अभी "देवेन्द्र नाथ पांडे" सुल्तानपुर से इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ने की जुगत भीड़ा रहे हैं फिर शायद एक-दो और विमान अपहरण की घटना हमें देखने को मिल जाए।

ऐसी ही एक और घटना 23 जनवरी 1993 को हुई थी जब श्री राम के भक्त "सतीश चन्द्र मिश्र", जो की सुल्तानपुर के थे, ने भी 48 यात्रियों को ले जा रही इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट को हाईजैक किया था। सतीश चन्द्र मिश्रा के हाईजैक का कारण था तत्कालीन प्रधानमंत्री "पी वी नरसिम्हाराव" का "बाबरी मस्जिद" के गिरने पर दिया हुआ वक्तव्य जिसमे "पी वी नरसिम्हाराव" ने कहा था की "बाबरी मस्जिद को फिर से बनाया जायेगा"। लेकिन हाईजैक  के तुरंत  ही सतीश चाँद मिश्र जी ने आत्मसमर्पण कर दिया और उन्हें 4 साल की जेल हो गयी। और 4 साल बाद भी इस शर्त पर छोड़े गए की खुद लखनऊ के सरोजिनी नगर पुलिस स्टेसन में हर महीने हाजिरी दोगे। 

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मैं दोनों घटनाओं की भर्त्सना करता हूँ क्यूंकि दोनों का ध्येय भले ही कुछ भी रहा हो लेकिन कार्य राष्ट्रविरोधी हुआ। परन्तु दोनों में कुछ विषमतायें भी थीं 

1. पहला निंदनीय कार्य देश के संविधान की रक्षा का प्रण लेने और खुद को देशभक्त कहने वाले कांग्रेस के नेताओं ने ये कार्य किया वहीँ दूसरी तरफ एक आम आदमी ने ये कार्य किया।

2. कांग्रेस के देशभक्त नेताओं ने विमान का अपहरण कांग्रेस के द्वारा टिकट पाने के लिए किया वही एक आम आदमी ने बाबरी मस्जिद ना बने इस क्षोभ में किया क्यूंकि उस आम आदमी को उकसाने वाला हमारा तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हाराव था।

3. कांग्रेस के नेताओ ने विमान का अपहरण कोर्ट के आदेश पर जेल में बंद एक कैदी "इंदिरा गाँधी" को छुड़ाने के लिए और जेल में बंद होने के कगार पर खड़े "संजय गाँधी" के ऊपर से सारे केस हटाने के लिए किया गया वहीँ दूसरी विमान अपहरण की घटना भगवान "श्री राम" के स्थान के लिए और श्री राम की भक्ति में राजीव गाँधी और नरसिम्हाराव के उकसाने के चलते हुई।

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तो अब इससे क्या सीख मिलती है हमें--------

भाई मुझे तो ये सीख मिली की ये कांग्रेसी शुरू से केवल अपने हित का सोचते आये हैं और अपने हित के लिए ये पालतू कांग्रेसी स्वान किसी भी हद तक गिर सकते हैं, कोई भी देशद्रोह कर सकते हैं और कर भी रहे हैं लेकिन कोई इनको टच भी नहीं कर सकता है क्यूंकि इन देशद्रोहियों को बचाने वाला महान पवित्र अघोषित राजशाही परिवार "नकली और उधार का गाँधी" परिवार ही है।

लेकिन आपको कोई हक़ नहीं है की आप श्री राम या श्री राम से जुड़ीं किसी बात पर कुछ करें। अगर किया भी तो आपका कांग्रेसी होना जरुरी है और अगर कांग्रेसी नहीं हुए तो जेल की हवा खाओ क्यूंकि सारे कुछ भी करके केवल कांग्रेसी स्वान ही बाहर मजे में रह सकते हैं क्यूंकि उनके ऊपर किसका हाथ है ये तो सभी को पता है।

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अगर मजे करने हैं देश को बेच कर भी तो कांग्रेसी बनो, अगर दुनिया के हर मौज में घुस कर मजे करना है तो कांग्रेस ज्वाइन करो और छुट्टा देशद्रोह करो कोई टच भी नहीं करेगा और कांग्रेस खुल्ला तौर पर ज्वाइन नहीं कर सकते हो क्यूंकि घर में चूल्हा भी जलना है लेकिन कांग्रेस को सपोर्ट करना है तो कांग्रेस के देशद्रोहियों को चुनाव में जितवा दो आपका देशद्रोह को बढ़ावा देने में सहयोग मिल जायेगा उन देशद्रोहियों को।

जो पार्टी और पार्टी के नेता खुद देशद्रोह के कार्यों में लिप्त हैं वो देश में क्या कानून व्यवस्था बनायेंगे या देश में देशविरोधी या आतंकी गतिविधियों पर रोक लगायेंगे।

अब भैया कर लो तय की---------देशद्रोह में सहायता करना है या देशद्रोहियों को ख़तम करना है।


जय हिन्द, जय भारत 
वन्देमातरम




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