केजरीवाल का एक और घोटाला
मेरे मित्र अवधेश पाण्डेय जी से मिली ये जानकारी। चूंकि मेरा प्रोफेशन भी प्रोमोशन (ऐडवरटाइजिंग) है एवं इस कार्य मे पिछले 7 सालों से होने के चलते इसकी कई बारीकियाँ मुझे पता हैं।
जैसा की आप मेल मे सीधा-सीधा देख सकते हैं कि 2 लाख से 100 लाख तक महिना कमाने वाले 4.20 लाख लोगों को ये मेल भेजा जा रहा है। अब इतना कमाने वालों का सर्टिफाइड डाटा तो सिर्फ एक ही जगह से मिल सकता है और वो है इन्कमटैक्स डिपार्टमेन्ट। अब आम आदमी पार्टी के तरफ से इन्कम टैक्स डिपार्टमेन्ट से ये डाटा कौन ला सकता है सभी समझ सकते हैं इस छोटी से बात को।
साथ ही यहाँ दूसरी बात ध्यान ये देने वाली है की केजरीवाल कह तो दिल्ली की रहे हैं केवल लेकिन ये मेल पूरे भारत मे भेज रहे हैं अतः जो डाटा संख्या यहाँ बताई गई है वो असल मे इस संख्या से कई गुनी ज्यादा हो सकती है।
ये डाटा सिर्फ और सिर्फ अरविंद केजरीवाल के कहने पर एवं उनके अपने पुराने भ्रष्ट दोस्तों से गुजारिश करने पर ही मिला होगा केजरीवाल को। मतलब केजरीवाल का एक और भ्रष्ट कनेक्सन।
लेकिन यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की भारत का कौन सा नागरिक कितना टैक्स भरता है ये गुप्त रखा जाता है, एवं उस लिस्ट को सार्वजनिक करना या किसी भी माध्यम से अपने फायदे के लिए उपयोग मे लाना गैरकानूनी है। पर चूंकि केजरीवाल भारतीय कानून ना सिर्फ ऊपर हैं बल्कि इनको भारतीय कानून पर तनिक भी भरोषा नहीं है अतः इन्होने ये गैरकानूनी कार्य बड़े ही सरल अंदाज मे कर लिया।
अब इस मेल की दूसरी बानगी देखिये, पानी पी-पी कर मोदी जी को भ्रष्ट कहने वाले केजरीवाल अपने इस मेल मे मोदी जी को भ्रष्टाचार मुक्त एवं एक अच्छी सरकार देने वाला बता रहे हैं। अब ये केजरीवाल का दोगलापन (गाली नहीं सिर्फ संज्ञा) नहीं है तो क्या है।
वैसे ज्ञात रहे की केजरीवाल के लगातार मोदी जी के अंध विरोध एवं अनाप-सनप बकने के चलते आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ता समूहिक इस्तीफा दे चुके हैं केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से।
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