30 Apr 2012

आइये जाने क्राइस्ट के बिजिनेस प्लान को पॉल धिनाकरण से



हमारा ये भारत कुछ समय पहले तक केवल हिन्दू देश था। सभ्यता और संस्कृति में सबसे आगे। पर १००० साल पहले मुग़लों ने जबरन या डरा धमका कर धर्म परिवर्तन करा कर हिंदुओं को तोडा। मुगलों के समय में ही अंग्रेज आए बिजिनेस करने और यहाँ जम कर रह गए। चलो अंगरेजो से तो हमने छुटकारा पा लिया क्यूंकी ये अंग्रेज और कुछ नहीं कर रहे थे बल्कि भारत के निवासियों को कई भागो में बाँट रहे थे।

आज इन्ही अंगरेजो की देन है की हम खुल कर नहीं सोचना चाहते हैं। क्यूंकी सोचने के लिए तो दिमाग और दिल चाहिए होता है पर वो तो आज भी गुलाम है। जो चीजे दिखाई जाती हैं हमें हम सिर्फ वही चीजे देखते हैं बाकि को हम बिसार देते हैं। हमारी ऐसी स्थिति हो गई है की कोई भी आता है मंदिर का घंटा समझ कर हम भारतीयों को बजा कर चला जाता है या कुछ ऐसे हैं की जमे रहते हैं और बजाते रहते हैं। पर ऐसे लोगो का हम कुछ नहीं करते हैं क्युकी इनकी गुलाम मीडिया जो इनके बारे में नहीं दिखाती है। आज हम वही देखना चाहते हैं जो ये गुलाम मीडिया हमें दिखाना चाहती है।

अब अगर हम मौजूदा दौर को देखे तो हर रोज किसी न किसी हिन्दू साधू सन्यासी को ये मीडिया बदनाम करना शुरू करती है और हम हिन्दू इस मीडिया की हाँ में हाँ मिलते जाते हैं। और हाँ ये हाँ में हाँ मिलाने वाले और कोई नहीं बल्कि हिन्दू ही ज्यादा होते हैं क्युकी इनकी गुलाम मानसिकता जो नहीं गई है।

यहाँ कितने लोगो ने सोचा की ये कुछ वर्ग विशेष का सोचा समझा चाल हो सकता है?

क्या आज तक कोई भी सेकुलर या अपने आप को हिन्दू धर्म की ही बखिया उधेड़ने वाले को धिनाकरण परिवार के बारे में पता है। ये ऐसा परिवार है जिसके पहले बाप फिर बेटे को आत्महत्या के प्रयास के समय क्राइस्ट के दर्शन होते हैं, विदित हो की किसी भी धर्म यहाँ तक की क्रिस्चियानिती में भी आत्महत्या को शैतान मन गया है। तो क्या शैतानो को भी क्राइस्ट दर्शन देने लगे।

इसी परिवार के बेटे और आज के क्राइस्ट के चहेते पॉल धिनाकरण को क्राइस्ट आज कल बिजिनेस का मंत्र दे रहे हैं। बिजिनेस का मंत्र भी कैसा क्राइस्ट के नाम पर जितना बड़ा चढ़ावा क्राइस्ट की उतनी कृपा। बिजिनेस में बिजिनेस करने वाला जितना बड़ा पार्टनर बनाएगा क्राइस्ट को बिजिनेस करने वाले को उतना बड़ा फ़ायदा। आज कल क्या क्राइस्ट बिजिनेस भी करने लगे या की कोई और उनके नाम पर बिजिनेस कर रहा है और ये बात सभी सेकुलरो और मीडिया ने अपने गले में पड़ी माला की तरह पहन कर माला जप रहे हैं।

क्या इन सेकुलरो और मीडिया को पॉल धिनाकरण का ये झूठ आज तक दिखा?

क्या सेकुलर और मीडिया केवल हिन्दू धर्माचार्यो को बदनाम करने को अपना अधिकार समझते हैं?

क्या मीडिया के पास चुप रहने की कीमत पहुच रही है?

अब ये आप और हम  सभी का फर्ज है की हम ऐसे लोगो को सामने लाये और इतना फैलाये की ये भांड मीडिया मजबूर हो जाये एक्शन लेने के लिए|

http://www.prayertoweronline.org/plans/bbp.asp


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