27 Apr 2012

क्राइस्ट, बिजिनेस और "पॉल धिनाकरण"

आज हर मीडिया हिन्दू धर्म से जुड़े या हिन्दू धर्म के लिए काम करने वाले बाबा, स्वामी, साधू-संत की बखिया उधेड़ते हुए या सच्चाई नापते हुए दिख जाता है। सत्य साईं मीडिया के निशाने पर हमेशा रहे। केवल भारत की मीडिया ही नहीं इनके पीछे विदेशो की मीडिया तक लगी रही पर ये सत्य साईं की महानता थी की उन्होंने कभी किसी की बातो का जवाब नहीं दिया बल्कि अपने काम में लगे रहे। आज उनके मरने के बाद  भी भारतीय मीडिया वाले उनके कहे बातो की बखिया उधेड़ते हुए दिख जाते हैं। कभी ये किसी साध्वी को निशाना बनाते हैं तो कभी ये किसी स्वामी को तो कभी किसी बाबा को।

मीडिया में मौजूदा समय में निर्मल बाबा को मीडिया ने अपने निशाने पर ले रखा है ये अलग बात है की अभी भी मीडिया निर्मल बाबा के शो दिखा कर अपना जेब भर रही है। पर निर्मल बाबा के विरोध में सबसे बड़ा तर्क दिया जा रहा है मीडिया के द्वारा की वो बिजिनेस कर रहे हैं धर्म के नाम पर। दशवंत मांग रहे हैं बाबा। जो दशवंत देगा उसका काम हो जायेगा। विदित हो दशवंत का मतलब है की जो भी काम रुका हो या पैसा रुका हो उसे पाने के बाद उस पैसे का दसवा हिस्सा निर्मल बाबा मांगते हैं पर ये नहीं कहते हैं लोगो के पास जा-जा कर की आप मुझे मनो या मुझे पैसे दो। निर्मल बाबा जहा हैं वहा कर रहे हैं।


पर जब मै मीडिया का इतना शोशा सुनने के बाद और धर्मो के धर्माचार्यो या ठेकेदारों के ऊपर नजर डालता हु तो मुझे मीडिया की कर्ताव्यपरयानता पर शक होता है। ये मीडिया बुखारी के भारत माता विरोधी शब्दों पर कुछ नहीं बोलता है और न ही ये मीडिया कभी किसी पादरी के बलात्कार को दिखता है। हद तो तब हो गई जब मैंने एक साक्षात् यीशु के द्वारा भेजे परिवार के बारे में सुना जो की अपने वेबसाइट पर सीधा सीधा बिजिनेस दिखा रहा है धर्म के नाम पर या यीशु के नाम से लोगो को डरा कर पर आज तक मीडिया ने उसके बारे में एक बार भी नहीं बोला बल्कि शान से उसके शोज को दिखाती आ रही है। अब मै इस यीशु के द्वारा भेजे परिवार के ऊपर प्रकाश डालता हु।

तमिलनाडु के चेन्नई में एक परिवार है जो खानदानी धर्म का बिजिनेस चला रहा है। इस परिवार का नाम है "धिनाकरण" जो की पता नहीं कब से लोगो को धर्म के नाम पर बहला-फुसला कर या धर्म के नाम पर डरा कर अपना बिज़नस करता है और खुद को एवंगेलिस्ट (evwngelist) बोलते हैं जिसका हिंदी मतलब होता है ईसाई धर्म का प्रचारक। इस परिवार के सबसे पहले इन्सान का नाम था "डी. जी. एश. धिनाकरण"| इन महाशय का कहना था की इन्होने खुद ही क्राइस्ट को देखा है जब ये जनाब सुसाइड करने जा रहे थे तब क्राइस्ट ने खुद इनके सामने आ कर इनको सुसाइड करने से रोका था| पर मै बाइबल को देखा तो पाया की क्राइस्ट कभी भी गलत लोगो का साथ नहीं देते हैं| और सुसाइड को हर धर्म में गलत मन गया है और शैतान के द्वारा प्रायोजित बताया गया है| तो इन्होने किसको देखा था क्राइस्ट को या शैतान को| पर यही धिनाकरण ने जब अमेरिका में अपना कम शुरू किया तो इन्होने बताया की इन्होने क्राइस्ट को अपने बेडरूम में सपने में देखा था| अगर हम इसको सही माने तो इनका पहला स्टेटमेंट गलत था...पर वही अगर पहले को सही माने तो दूसरा स्टेटमेंट गलत| किसी भी हालत में ये महाशय गलत शाबित हो रहे हैं| तो क्या ये मन जाये की क्राइस्ट को इतना करीब से देखने का दावा करने वाले ये क्राइस्ट के नाम पर झूट बोल रहे हैं| ये आप सब खुद ही डिसाइड करे| वैसे तो इनकी बहुत सारी कहानियां हैं पर वो फिर कभी|

अब मै जरा आगे बढ़ता हु इनके परिवार में और इनके सुपुत्र और आज के क्राइस्ट को देखने का दावा करने वाले के बारे में बताते हैं जो खुद को क्राइस्ट के बराबर बताने में भी गुरेज नहीं करते हैं| ये हैं "पॉल धिनाकरण"| अब जरा इन जनाब का इतिहास आपके सामने लाना चाहूँगा|

Paul Dhinakaran

पॉल धिनाकरण का जन्म ४ सितम्बर, १९६२ को हुआ| ये जनाब भी अपने पिता की तरह दुखी थे तो इनके पिता के द्वारा क्राइस्ट ने इनसे बात करी और इनकी जिंदगी बदल गई और इन्होने MBA किया| २७ साल की उम्र में इन्होने मद्रास यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में PHD किया| निर्मल बाबा तो केवल भारत में टीवी चैनल पर आते हैं पर ये तो ९ देशो के टीवी चैनल पर कब्ज़ा किये हुए बैठे हैं| ये जनाब जीसस काल्स मिनिस्ट्री के नाम पर मैर्रिज ब्यूरो तो जॉब ब्यूरो और न जाने क्या क्या चलते हैं| यहाँ तक की अपनी वेबसाइट्स पर ये डोनेसन को भी बोलते हैं|

एक और ध्यान देने वाली बात है की जो इन्सान (पुल धिनाकरण) हर मर्ज को ठीक करने का दावा करता हो उसी का बाप जो खुद भी क्राइस्ट से मिल चूका है वो २००३ में हॉस्पिटल में एडमिट था| तो जब स्वयं क्राइस्ट से मिला इन्सान खुद को हॉस्पिटल तक में एडमिट होने से नहीं बचा पाया और न ही उसका बेटा जो उसी की तरह दावा करता है वो खुद भी क्राइस्ट से मिल चूका है और रोगियों को और रोग को ठीक करता है वो अपने बाप को नहीं बचा पाया तो ये आम जनता को कैसे बचाता है| क्या ये रिसर्च का विषय नहीं है मीडिया के लिए?

अब मै पॉल धिनाकरण के बिजिनेस के प्लान के बारे में बताता हु|

अगर हम इन पॉल धिनाकरण महाशय द्वारा दी गई वेबसाइट को देखे जिसको इन्होने अपने बिजिनेस प्लान का ही नाम दे रखा है ---


इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी के हिसाब से १४ मार्च, २००८ को क्राइस्ट पॉल धिनाकरण के सपनो में आए और अपना बिजिनेस प्लान बताया| ध्यान रहे ये बिजिनेस प्लान क्राइस्ट ने पॉल धिनाकरण को बताया है|

क्राइस्ट ने पॉल धिनाकरण से जो बोला वो मै यहाँ उल्लेख कर रहा हु इन्ही के शब्दों में, "I have started a new era now. The old era has ended with your father. This new era is the one that has to prepare the world for My Second Coming. In the coming days, I am going to raise up millions of prophets and apostles. I will operate the apostolic power and prophetic gifts in the world."

क्राइस्ट ने पॉल धिनाकरण से कहा की क्राइस्ट ने एक नया युग चालू किया है| पुराना युग पॉल धिनाकरण के साथ ही ख़तम हो गया| और अब क्राइस्ट इस नए युग में नए रूप में आएंगे और साथ ही लाखो ईसाई धर्माचार्य लायेंगे| और इस विश्व को एक विशेष शक्ति से चलाएंगे साथ ही गिफ्ट भी मिलेंगे|

The Lord also said, “I will give visions containing My revelations to My children so that they will follow new strategies in their business matters and also manage their business affairs through innovative methods. When they implement them, they will flourish all over the nation. Their wealth and profit will grow manifold. They will occupy prominent positions in multiplying the national assets and products. Therefore, they will be consulted by government agencies at the highest level when national economic policies are formulated and implemented. This will help the nation in becoming prosperous and also in equal distribution of wealth’.
क्राइस्ट ने धिनाकरण से कहा की क्राइस्ट अपने बच्चो को एक नयी शक्ति देंगे बिजिनेस से जुड़े मामलो के लिए और साथ ही बिजिनेस को नए तरीको से करना सिखायेंगे| और जब बिजिनेस करने वाले लोग इसको मानेंगे तो वो पुरे राष्ट्र को फ़ायदा पहुचाएंगे| क्राइस्ट के बताये बिजिनेस के सूत्र से बिजिनेस करने वाले लोगो को सरकार तक जुड़ना चाहेगी और ये लोग इकोनोमिक वे में सबसे ज्यादा मजबूत होंगे|
अब मेरा सवाल है की क्या आज कल क्राइस्ट बिजिनेस में भी इंटेरेस्ट लेने लगे है क्या?
अब इसी क्रम में आगे देखते हैं की पॉल धिनाकरण जी से क्या बिजिनेस प्लान बताया क्राइस्ट ने---
. क्राइस्ट बिजिनेस करने वाले लोगो को अपने इस बिजिनेस प्लान में पार्टनर रखना चाहते हैं...और इसके लिए बिजिनेस करने वाले लोगो को इस प्लान के लिए रजिस्ट्रेसन करना होगा| (यानि यहाँ भी क्राइस्ट अपनी कृपा फ्री नहीं दे रहे हैं)
. इसके बाद पॉल धिनाकरण की संस्था जीसस काल्स इन बिजिनेस से जुड़े लोगो के लिए प्रार्थना करेगी इनके बिजिनेस का नाम ले कर वो भी ईमानदारी से| (क्या किसी और के प्रार्थना करने भर से क्राइस्ट खुश हो कर अपनी कृपा देंगे और बिजिनेस आगे बढेगा या की खुद काम करना पड़ता और खुद की की गई प्रार्थना ज्यादा सहयोग और संतुस्ती देती है)
. अब आगे पॉल धिनाकरण जी कहते हैं की बिजिनेस करने वाला विश्व के किसी कोने में हो वो ईमेल से अपनी प्रार्थना पॉल धिनाकरण को भेजे और पॉल धिनाकरण उस बिजिनेस करने वाले के लिए क्राइस्ट से प्रार्थना करेंगे उस बिजिनेस करने वाले के बिजिनेस या दुकान या किसी भी बिजिनेस से जुड़े काम के लिए| (क्या ईमेल से भी क्राइस्ट खुश हो रहे हैं आज कल या की कोई और खुश हो रहा है क्राइस्ट के नाम पर)
. अब जब पॉल धिनाकरण जी बिजिनेस करने वाले के लिए प्रार्थना करेंगे तो उस बिजिनेस करने वाले के बिजिनेस पर क्राइस्ट की कृपा होगी| (क्राइस्ट आज कल इतने फ्री हो गए हैं क्या)
अब सवाल उठता है की क्या ये प्रार्थनाये फ्री हैं या बिजिनेस करने वालो को कुछ कीमत चुकानी होगी| इस दुनिया में कुछ भी फ्री नहीं मिलता यहाँ तक की मौत भी नहीं तो आइये देखते हैं की क्राइस्ट पॉल धिनाकरण के द्वारा इन बिजिनेस करने वालो से क्या कीमत वसूलते हैं अपना कृपा देने का---
. बिजिनेस करने वाला अपनी श्रधा से कुछ भी दे सकता है क्राइस्ट को मतलब क्राइस्ट की कृपा की कीमत लग रही है यहाँ जो बिजिनेस करने वाला अपने से देखे| गुरु सभी जानते हैं की सारी गेंद एक के पाले में ही रखोगे तो वो तो बड़ी कीमत ही देगा|
. बिजिनेस करने वाला अपने बिजिनेस में हुए लाभ का एक हिस्सा हर महीने क्राइस्ट के कदमो में क्राइस्ट के कृपा के कीमत के रूप में चढ़ा सकता है जो की पॉल धिनाकरण के जेब में जाएगी|
. बिजिनेस करने वाला अगर ऊपर दिए गए दोनों तरह से नहीं दे पा रहा है तो वो साल के बिजिनेस में हुए लाभ में से एक हिस्सा दे सकता है क्राइस्ट के कृपा की कीमत|
. बिजिनेस करने वाला महीने के पहले दिन की अपनी कमाई क्राइस्ट को क्राइस्ट के कृपा की कीमत के रूप में दे सकता है|
. अपने महीने के पहले दिन के मिनिस्ट्री के आगमन के दिन की कमाई आप क्राइस्ट की कृपा की कीमत समझ कर दें|
अब मुझे कोई जानकर ये समझाए की ये हो क्या रहा है?
क्या आज कल क्राइस्ट अपनी कृपा की कीमत तय कर रहे हैं?
क्या एक MBA और PHD किया हुआ इन्सान कृपा बाँट रहा है या लोगो को मुर्ख बना कर कृपा की कीमत लगा रहा है?
अब जब ये इतने सालो से खुलेआम हो रहा है तो आज तक किसी मीडिया वाले की नजर इस गड़बड़ झाले पर क्यों नहीं पड़ी?
क्या मीडिया को उसके चुप रहने की कीमत क्राइस्ट के इस कृपा की कीमत में छुपा है?

5 comments:

  1. Bharat ki media ko ye sab nahi dikhega......

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    1. Tum jaise logo ko ye nahi pta hota h ye log kisliye lete h or iska krte kya h.... kya tumhare hindu granth yehi sikhate h k kisi or k khilaaf ho jao... bhaiyo main aaj bhi tumhare liye pray krta hu k log sachchayi ko jaane...na ki revange laye ek dusre k liye or na bura bhala khe... main khud hindu hu or aap logo ko ye kahna chahta hu.. k christ ko jaano k wo kon tha or kyu aaya or kisliye apni jaan di, christ ki taraf dhayaan do partors ki taraf nahi, kayi partors froud bhi h aisa sab business k liye bhi krte h lakin sabhi nahi h....
      More Detail- cont- rvkumar7861430@gmail.com

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    2. Mr. RV Kumar jara batane ki koshis karoge ki kya maine Christianity ko gali di hai....kya maine Christ ko gali di hai....Dear maine ek jhute ke jhut ko samne laya hai...kya media ki galti ko samne lana bhi TUM JAISO KO DHARMIK UNMAD LAGTA HAI...kya jhut ko ujagar karna bhi tumhe dharm ko gali dena lagta hai....aur jaha tak mere hindu dharm ki bat karte ho...hindu dharm hame ye bhi nahi sikhata hai ki agar kahi jhut ho raha ho to bhi chup raho aur dekhte raho...koi bhi dahrm ye nahi sikhata hai ki jhut ka pulinda banao....ab jara tum mujhe ye batao ki kya jo Paul Dhinakaran kar raha hai wo sahi hai?

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    3. ravi kumar ne kaha "mai ek hindu hu" aur fir tarafdaari shuru ki christ ki .... christians ki dhokhe baazi wali aadat har jegah dikhti hai..... hum kyu jaane christ ko .... jis christ ne apni bibi mary magdelon ko nyay nahi dilaaya jo apni khud ki jaan nahi bacha paaya usko kyu jaane ... rahi baat prem aur daya ki toh bhagwan buddh aur mahaveer se jyada prem ahimsa aur daya ki bate nahi ki hain christ ne ...... kya hum christ ko issiliye follow karen ki humaare desh ka wohi haal ho jo sudan ka huva yani do tukde taaki bharat kamjor ho aur christianity ke thekedaar aakar humpe hukm kare...... ye hi kaaran hai ke china walo ne pope ko apne yaha ghusne nahi diya ... humaare neta aur log toh bike huve ghulaam hai ... issi liye desh rasatal me jaa raha hai

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  2. RV kumar Issai dhram mein kya sikhate hain? humne kabhi kissi ke dharm ko bura nahi kaha aur kabhi kissi ka dharm nahi badla, tum log gaaon me nagar mein jaa jaa kar apne dharm ka prachar karte hao, aur Hindu dharm ke devi devtaon ko gaaliyan bhi dete ho. kya yahi seekhata hai tumhara dharm? aur agar yahi sikhata hai toh gandaa hai tumhara dharm ye dharm nahi hai, ye dhong hai, baaki ujhe ye batane ki koshish mat karna ki tum log kya achha karte ho. maine christian missionary school me padha hai aur achhe se jaanta hoon ki tumlog plate, chaval, kambal, paise ka lalch de kar kiss tarah dharm parivartan karte ho, yahi jaata hai tumhare dhoingiyon ka paisa.

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