22 Mar 2013

Mother of Martyr Indian Soldier


लौटा दो मेरे शेर का सर 




कैसा ये मंजर है कैसी विडम्बना
दुर्भाग्य ये कैसा अजीब हुआ
राष्ट्ररक्षा मे बेटा शहीद हुआ
घरवाले अनसनधारी हुए 
मांग रहे शहीद बेटे का मस्तक 
ना कोई पूछने वाला है यहाँ 
ना उनको इनके दुख की पड़ी 
सेनाध्यक्ष बैठे रिस्तेदारी में
सत्तासीन कर रहे घोषणाएँ
उठाएंगे कडा कदम हम ऐ वीरों
तुम चढ़ते रहो बल की बेदी पर
कोई सत्तासीन नशे मे चूर है
कोई महोत्सव का ले रहा मजा है
कोई तोड़ रहा टंगरी मुर्गे की 
बैठ ऊँची अट्टालिकाओं पर
करता अट्टाहास कोई पाकिस्तानी 
बगल मे खड़ा बेवकूफ हिंदुस्तानी
देता हमें वो केवल कोरी सांत्वना 
बहुत हुआ अब न देना सांत्वना हमे
अब जाग चुका है भारत और भारतीय
अब चाहिए हमें केवल बदला हमारा
गर ना मिला हमे बदला हमारा तो
याद रखना हो ना जाओ 6 इंच छोटे तुम 


No comments:

Post a Comment